मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अंग सो�
मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अंग सो�